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मंगलवार, 10 फ़रवरी 2009

Joke story

तिन लोग स्वर्गमें जानेके लाईनमें खडे थे. यमदूतने उन्हे रोकते हूए कहा, '' स्वर्ग लगभग फुल हो गया है.. इसलिए जिसकी मौत अति भयंकर तरहसे हूई हो उसेही मै अंदर छोडने वाला हूं ... तो आप लोग एक एक करके अपनी अपनी कहानी बताये ... और उससे मै तय करुंगा की आपको अंदर छोडना है या नही... ''

पहला आदमी अपनी कहानी बताने लगा,

'' इतनेमें मुझे मेरे बिवीपर शक था ही ... की उसका किसीके साथतो चक्कर चल रहा है ... इसलिए आज मै जल्दी घर आया ... ताकी मै उसे रेड हॅन्डेड पकड सकू... जब मै मेरे 25 वे मालेपर स्थित अपार्टमेंटमें गया... घरमें मुझे कुछ खटका ... लेकिन सारा घर छान मारनेके बादभी मुझे कोई नही मिला.... आखिर मै बाल्कनीमें गया और वहा मुझे वह आदमी मिला जो बाल्कनीमें रेलींको लटक रहा था... 25 माले जमिनसे उपर !... उसको देखतेही मेरा दिमाग फिर गया और मै उसे मारने लगा ... हाथसे पैरसे... जैसे मार सकता था वैसे मै उसे मार रहा था ... लेकिन वह साला निचे गिर ही नही रहा था ... आखिर मै घरमें वापस गया, एक हाथौडा ले आया और उस हाथौडेसे उसकी उंगलीयोंपर जोर जोरसे मारने लगा ... वह जादा देरतक टीक नही सका और वह निचे गिर गया ... लेकिन 25 वे मालेसे निचे गिरनेपरभी वह निचे एक झांडी मे गिर गया और बच गया ... मेरा दिमाग औरही सटक गया .. मै किचनमें गया और फ्रिज उठाकर उपरसे उसके उपर डाल दिया... वह फ्रिज बराबर उसपर गिर गया और वह वही खत्म हो गया... लेकिन तबतक मेरा गुस्सा और तनाव इतना जादा हो चूका था की मैभी हार्टअटॅक आकर बाल्कनीपर वही मर गया...''

'' अरेरे ... तुम्हारे लिए आजका दिन बहुत बुरा साबीत हूवा ... नही?'' यमने उस आदमीसे कहा और उसे अंदर ले लिया.

लाईनमे खडा दुसरा आदमी सामने आतेही यमने उसेभी स्वर्ग लगभग फुल होनेकी बात की और उसेभी अपनी कहानी बयान करनेके लिए कहा.

दुसरा आदमी उसकी कहानी बयान करने लगा, -

'' आजका दिन मेरे लिए बहुतही चमत्कारीक था... हुवा ऐसा की मै 26 वे मालेपर मेरे अपार्टमेंटमें रहता हूं और रोज सुबह मेरे बाल्कनीमें व्यायाम करता हूं ... लेकिन आज क्या हूवा ... मै व्यायाम करते हूए फिसल गया होंगा या वैसाही कुछ... क्योंकी मै मेरे बाल्कनीसे निचे गिर गया ... लेकिन मेरी तकदीर अच्छी थी जो निचेके फ्लोअरेके बाल्कनीका रेलींग मेरे हाथमें आ गया... मुझे मालूम था की मै जादा देरतक ऐसे लटकते हूए नही रह पाऊंगा... इतनेमें अचानक यह आदमी बाल्कनीमें आगया ... मुझे लगा की चलो यह अब मुझे बचाएगा ... लेकिन साला मुझे बुरी तरह पिटने लगा... मै बहुत कोशीश कर रेलींगको पकडकर लटका रहा लेकिन इतनेमें वह साला अंदर गया और हाथौडा लेकर आया और हाथौडेसे मेरे उंगलीयोंपर मारने लगा... आखिर मेरे हाथ रेलींगसे छूट गये और मैने सोचा जानेदो आज मै बच नही पाऊंगा... लेकिन फिरसे मै लकी रहा और निचे एक घने झाडीमे गिर गया. ... मै घबरा गया था लेकिन मुझे कुछ जादा नही लगा था... जब मै सोचही रहा था की मै अब ठिक हूं ... इतनेमें एक रेफ्रिजरेटर उपरसे निचे मेरे उपर गिर गया ... और मै यहां पहूंच गया ''

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